शिक्षा जगत में अलग पहचान छोड़ने वाले डॉ बलराम वर्मा की हृदय गति रुकने से मौत
शिक्षा जगत में अलग पहचान छोड़ने वाले डॉ बलराम वर्मा की हृदय गति रुकने से मौत

मसौली: शिक्षा जगत के प्रख्यात शिक्षावादी डॉ बलराम वर्मा का ह्रदय गति रूक जाने से लखनऊ ले जाते समय रास्ते मे आक्समिक निधन हो गया। सुबह जब उनके निधन की सूचना क्षेत्र के साथ जिले भर में फैली तो लोग उनके पैतृक गाँव बेहटा मसौली में पहुंचने लगे थे। बुधवार को दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें भारी संख्या में सभी दलों जनप्रतिनिधि व शिक्षा जगत के साथ साहित्यकार,कवि व उनके चाहने वाले शामिल हुए। डॉ बलराम वर्मा (68) ने आरबीपीजी कॉलेज खुशहालपुर में प्राचार्य के पद पर लंबे समय तक सेवा दे थी। और सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान समय में वीणा सुधाकर ओझा कॉलेज ज्योरी मसौली में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे। शिक्षावादी विचार धारा के साथ साहित्य से बहुत लगाव रखते थे। जिले में शिक्षावादी विचार धारा के रूप में पहचाने जाते थे। अंतिम संस्कार में मुख्य रूप से पूर्व सांसद उपेन्द्र सिंह रावत,पीएल पुनिया,एएमएलसी अंगद सिंह,पूर्व कारागार मंत्री राकेश कुमार वर्मा,दिनेश कुमार सिंह,कवि अम्बीरश अम्बर,प्रदीप सारंग सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
रिज़वान अहमद/ संवादाता रिपब्लिक रेनेसा
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