किसान अपना विरोध जताने के लिए फसलों को फेंकें
किसान अपना विरोध जताने के लिए फसलों को फेंकें

किसान अपना विरोध जताने के लिए फसलों को फेंकें न बल्कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों को दे दें- आनंदीबेन पटेल
सैफ मुख्तार/ रिपब्लिक रैनेसा संवाददाता
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्री स्कूल किट वितरण कार्यक्रम में कहा कि बाराबंकी किसानों की धरती है। किसान अपना विरोध जताने के लिए फसलों को फेंकें न बल्कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों को दे दें।
हिंद मेडिकल इंस्टिट्यूट में जिला प्रशासन और आईसीआईसीआई फाउंडेशन की ओर से आयोजित प्री स्कूल किट वितरण में राज्यपाल आनंदी पटेल का आगमन हुआ। राज्यपाल ने कहा कि आईसीआईसीआई बैंक की ओर से 500 प्री स्कूल किट उपलब्ध कराई गई थी। इस पर कई जिलों से कायाकल्प वाले आंगनबाड़ी केंद्रों के बारे में जानकारी ली गई लेकिन बाराबंकी के अलावा किसी भी जनपद में इतनी संख्या में आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प नहीं कराया गया था, इसलिए बाराबंकी को किट वितरण के लिए चुना गया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की क्षमता संवर्धन के लिए कराई गई परीक्षा अच्छा कदम है। जो कार्यकत्रियां सफल न हो पाए, उनको प्रशिक्षण दिया जाये।
राज्यपाल ने कहा कि सरवाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की बच्चियों का टीकाकरण किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां प्रयास करें सभी का टीकाकरण हो सके। यूनिवर्सिटी में आने वाली बच्चियों का एचबी टेस्ट जरूर कराया जाए ताकि एनीमिया के कारण स्वस्थ प्रसव हो सके और बच्चों में कुपोषण दूर किया जा सके।
फसलें फेंकने की जगह आंगनबाड़ी केंद्रों को दे दें।
राज्यपाल ने कहा कि बाराबंकी किसानों की धरती है। विरोध व्यक्त करने के लिए फसलों को फेकनें की जगह आंगनबाड़ी केंद्रों को दे देना चाहिए ताकि बच्चों को पोषण मिल सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 223 आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प किया गया है। 3056 केंद्र हैं, जिनमें 3.73 लाख लाभार्थी पंजीकरण हैं। तीन लाख बच्चों में कुपोषण का चिन्हीकरण किया गया। 240 नवीन आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण किया गया। कायाकल्प में आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट क्लास और शौचालय जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त भोजन मुहैया कराने के लिए पुस्तक दी गईं और लगातार तीन महीने तक स्वास्थ्य की निगरानी की गई।
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